छत्तीसगढ़ के लोकगीत / Chhattisgarh ke lokgeet-
छत्तीसगढ़ के लोकगीत / Chhattisgarh ke lokgeet-
1 . पण्डवानी -
- पाण्डवों की कथा का छत्तीसगढ़ी रूप में गायन शैली है।
- इसके दो प्रकार हैं -
- वेदमती -
- शास्त्र सम्मत गायन (गायन +नृत्य )
- प्रमुख गायक - स्व. झाडूराम देवांगन , पद्मश्री तीजन बाई , रेवाराम साहू ,पुनाराम निषाद
- कापालिक -
- सिर्फ कथात्मक
- वाद्य यंत्र - तम्बूरा
- प्रमुख गायिका - ऋतु वर्मा
- यह शैली देवार जातियों में प्रचलित है।
- तीन कलाकार - गायक , रागी , वादक
- छत्तीसगढ़ में पण्डवानी सबल सिंह चौहान (रतनपुर ) द्वारा रचित छत्तीसगढ़ी महाभारत पर आधारित है।
2. ददरिया -
- 'छत्तीसगढ़ी लोकगीतों का राजा ' कहा जाता है।
- 'शृंगार प्रधान ' लोकगीत
- 'सवाल जवाब शैली ' में
- वर्षा ऋतु में 'फसल बोते समय ' गाया जाता है।
3. पंथी गीत -
- यह गुरु घासीदास के जीवन चरित्र पर आधारित होती है।
- सतनाम पंथियों द्वारा यह गीत गाया जाता है।
- इसमें जैतखाम की स्थापना करके उसके चारों ओर घूम घूमकर गाया जाता है।
- राष्ट्रीय स्तर पर गायक - स्व. देवदास बंजारे
4. सुआ गीत -
- श्रृंगार प्रधान शैली , मिट्टी के सुआ के साथ गाया जाता है।
- महिलाओं का लोकप्रिय गीत
- दीपावली के अवसर पर गाया जाता है।
5. चंदैनी गायन -
- लोरिक चंदा के प्रेम प्रसंग पर आधारित
- गायक - चिंतादास
6. भरथरी गीत -
- यह लोक कथा गायन है।
- राजा भरथरी और रानी पिंगला के वियोग गाथा पर आधारित
- शृंगार रस की प्रधानता
- प्रमुख वाद्ययंत्र - सारंगी या इकतारा
- प्रमुख गायिका - सुरूज बाई खाण्डे (बिलासपुर )
7. बाँस गीत -
- यह करुण गाथा पर आधारित है।
- सीता बसंत , मोरध्वज , कर्ण के गाथाओं पर आधारित
- वाद्ययंत्र बाँस से बना होता है।
- प्रायः राऊत जाति में प्रचलित
- मुख्य गायक - कैजूराम यादव , नुकुल यादव
8. लोरी गीत -
- माताओं द्वारा बच्चों को सुलाने के लिए
9. जंवारा गीत -
- चैत्र नवरात्रि में महिलाओं द्वारा जंवारा निकलने पर
10. सधौरी गीत -
- गर्भवती महिला के गर्भ के सातवें महीने में उत्सव के आयोजन के समय गाया जाने वाला गीत
11. सोहर गीत -
- बालक शिशु के जन्म से पहले पुत्र प्राप्ति के लिए गीत गाया जाता है।
12. सेवा गीत -
- नवरात्रि के समय देवी पूजा के लिए जो गीत गाया जाता है।
13. भड़ौनी गीत -
- यह एक प्रकार का विवाह गीत है , जो दूल्हे के सालियों द्वारा दूल्हे के उपहास में गाया जाता है।
14. ढोलामारू गीत -
- मूलतः राजस्थान की लोककथा
- गायिका - सुरूजबाई खाण्डे
- गायक - जगन्नाथ कुम्हार
15. सवनाही गीत -
- वर्षा ऋतु में गाया जाता है।
16. फाग गीत -
- होली के अवसर पर गाया जाता है।
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