भारत छोड़ो आंदोलन व छत्तीसगढ़

भारत छोड़ो आंदोलन व छत्तीसगढ़  -

  • यह भारत का अंतिम जन आंदोलन था। इसका प्रारंभ गांधीजी ने ' करो या मरो ' नारे के साथ किया।
  • इस आंदोलन के समय मलकापुर रेल्वे स्टेशन पर छत्तीसगढ़ के शीर्ष नेताओं को गिरफ्तार किया गया।  
  • क्रांतिकुमार भारती व जगोबा बाघ ने बिलासपुर में आंदोलन, रघुनंदन सिंगरौल ने दुर्ग कचहरी में आग लगा कर विरोध प्रदर्शन किया।
  • बिलख नारायण अग्रवाल तथा परसराम सोनी ने रायपुर में क्रांतिकारी गतिविधियों को अंजाम दिया ।
  • ठाकुर रामकृष्ण सिंह तिरंगा झण्डा फहराने के कारण जेल गए।
  • शिमला समझौता में भाग लेने के लिए सभी प्रांतों के मुख्यमंत्रियों को बुलाया गया था , पंडित रविशंकर शुक्ल 14 जुलाई, 1945 को सम्मिलित होने के लिए गए थे।
  • 15 अगस्त 1947 को आजादी के दिन छत्तीसगढ़ के नेताओं ने अलग - अलग स्थान पर झंडा फहराया।
  1. रायपुर - श्री आर. के. पाटिल 
  2. दुर्ग - श्री धनश्याम सिंह गुप्त
  3. बिलासपुर - पंडित रामगोपाल तिवारी