शासक | तथ्य |
महेन्द्रसेन | प्रयाग प्रशस्ति के अनुसार समुद्रगुप्त ने दक्षिण विजय अभियान के दौरान दक्षिण कौशल के राजा महेंद्र सेन को हराया था। |
रुद्रसेन - II | - इनका विवाह गुप्तवंशीय शासक चन्द्रगुप्त द्वितीय की पुत्री प्रभावती से हुआ था।
- इनके मृत्यु के बाद इनकी पत्नी प्रभावती ने अपने पुत्रों की संरक्षिका के रूप में शासन किया।
- प्रभावती के दो पुत्र थे - 1. दिवाकर सेन 2 दामोदर सेन
- दामोदर सेन वयस्क होने के बाद प्रवरसेन द्वितीय के नाम से शासन किया। .
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प्रवरसेन - II | - इसके दरबार में महाकवि 'कालिदास ' आये थे।
- कालिदास के यात्रा वृतांत के दौरान सरगुजा के रामगढ़ की पहाड़ी में 'मेघदूत ' नामक ग्रंथ की रचना की और इस पहाड़ी के आस -पास के सौंदर्य को देखकर इसे स्वर्ग का द्वार कहा।
- प्रवरसेन द्वितीय ने 'सेतु बंध ' नामक ग्रंथ की रचना की थी।
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नरेन्द्रसेन | नलवंशी शासक भवदत्त ने हराया था। |
पृथ्वीसेन | नलवंशी शासक भवदत्त के बेटे अर्थपति भट्टारक को हराया। पुष्करी (भोपालपट्टनम ) को बर्बाद किया। |
हरिसेन | जब वाकाटक वंश का नंदिवर्धन शाखा नष्ट होने के कगार पर था , तब वत्सगुल्म वंश के वाकाटक ने आकर शासक किया था। |